Thursday, 14 September 2017

क्या बिटकॉइन एक पौंजी और फ्रॉड प्लान के तहत ख़रीदा और बेचा जा रहा है आखिर क्यों भारतीय बैंक (आरबीआई ) ने इसे अभी तक लागू नहीं किया?



अंतरराष्ट्रीय बैंकिंग और फाइनेंसियल सेवा देने वाले एक नामी बैंक और  कंपनी JP Morgan CEO Jamie Dimon ने कहां है कि Cryptocurrency बिटकॉइन को फ्रॉड करार दिया है. उन्होंने कहा है कि यदि कोई मेरे बैंक का कर्मचारी बिटकॉइन की खरीद - फरोख्त  करते पाया गया तो मैं उसे उसी समय हटा दूँगा | ऐसा कहने के पीछे मेरे पास दो कारण है एक तो हमारे बैंक के नियमो के खिलाफ है और दूसरा वह इंसान बेवकूफ है | और ऐसे बेवकूफ इंसान को बैंक में रखना हमारे लिए घातक हो सकता है. डिमोन ने ये विचार एक इन्वेस्टर कांफ्रेंस में व्यक्त किये. 

डिमोन ने यह भी कहा की क्रिप्टोकररेन्सी का अंत अच्छा नही होगा | डिमोन के अनुसार बिटकॉइन एक फ्रॉड एंड पोंज़ी स्कीम का बुलबुला है जो कभी भी फुट सकता है यदि आप वेनेजुएला, इक्वाडोर या उत्तर कोरिया में है या कोई ड्रग्स माफिया या कोई आपराधिक कार्य में शामिल है तो आप बिटकॉइन ले सकते है पर ये कुछ सिमित ही होगा | 

डिमोन कि इस स्टेटमेंट के बाद बिटकॉइन रेट ?

जैसे ही डिमोन ने अपने विचार व्यक्त किये उसके कुछ समय बाद से ही बिटकॉइन के रेट बहुत तेजी से गिरे है ये आर्टिकल लिखने तक लगभग 4000 डॉलर से 3456 डॉलर पर आ गया और अभी भी बिटकॉइन रेट में गिरावट जारी है | 

2017 में 4 गुना बढ़ी बिटकॉइन कीमत 

इस साल बिटकॉइन की कीमत 4 गुना से ज्यादा बढ़ी और उसके बाद ये बहस शुरु हो गयी की ये कोई बुलबुला तो नहीं | सितम्बर महीने में बिटकॉइन की कीमत 5000 डॉलर को पार कर गयी थी |  परन्तु जैसे ही डिमोन ने अपने विचार व्यक्त किये उसके बाद लगातार बिटकॉइन रेट गिरते जा रहे है अभी तक लगभग 14 % रेट गिर चुके है | 

आखिर क्यों भारतीय बैंक (आरबीआई ) ने इसे अभी तक लागू नहीं किया?

भारतीय रिज़र्व बैंक बिटकॉइन को लेकर सहज नहीं है आरबीआई के डायरेक्टर सुदर्सन सेन ने यह जानकारी दी की भारतीय रिज़र्व बैंक अपनी क्रिप्टोकररेन्सी ला सकता है | उन्होंने कहा असली तस्वीर उसी समय साफ़ होगी जब आरबीआई डिजिटल करेंसी जारी करना सुरु करेगा। जिसे आप फिजिकल करेंसी होने की स्थिति में साइबर स्पेस में रख सकेंगे। रिजर्व बैंक द्वारा गठित समूह क्रिप्टोकरेंसी को वैधानिक मान्यता देने के मसले पर मंथन कर रहा है। केंद्रीय बैंक को क्रिप्टोकरेंसी से किसी तरह की कोई आपत्ति नहीं है। लेकिन वह बिटकॉइन को लेकर खासा चिंतित है क्योंकि इन करेंसी को लेकर दुनियाभर में रेगुलेटरी जांच चल रही है।' भारत में इस बारे में संसद तक में सवाल उठ चुका है और सरकार ने इस बारे में कदम उठाने की बात कही है। 





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